-प्रदीप पाल-
हनुमानगढ़। कई जगहों पर कोरोना के नए वैरिएंट के कारण संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। हालांकि हनुमानगढ़ में अभी तक कोरोना का कोई पॉजिटिव केस नहीं आने का दावा चिकित्सा विभाग कर रहा है। लेकिन राजकीय व निजी अस्पतालों में इन दिनों खांसी-जुकाम के लक्षण वाले मरीजों की भीड़ उमड़ रही है। खतरे की घंटी के बीच भी लोग मास्क नहीं पहन रहे। न ही सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जा रहा है। इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। डॉ. सुखवीर सिंह गेट ने कहा कि इन दिनों मरीजों पर मौसम की मार पड़ रही है। इन दिनों खांसी-जुकाम के लक्षण वाले मरीज अधिक आ रहे हैं। सांस की तकलीफ के मरीज भी उनके पास जांच करवाने आ रहे हैं। कई जगहों पर कोविड के मरीज भी तेजी से सामने आ रहे हैं। इसलिए नागरिकों से अपील है कि वे खांसी-जुकाम को हल्के में न लें। अभी तक यह सुखद बात है कि कोविड का कोई मरीज सामने नहीं आया। खांसी-जुकाम के लक्षण नजर आने पर चिकित्सक की सलाह लें। मास्क लगाकर रखें। सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करें। अगर किसी में कोविड के लक्षण हैं तो घबराएं नहीं। जांच करवा उचित इलाज लें। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. रमाशंकर आसोपा ने भी बताया कि इस मौसम में सर्दी, खांसी, जुकाम के केस अधिक आ रहे हैं। इन लक्षणों वाले मरीजों को ठीक होने में दो से तीन गुना समय अधिक लग रहा है। इसमें दवाइयां भी काम नहीं कर रही क्योंकि यह सब वायरस की वजह से हो रहा है। इससे बचाव के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि भीड़भाड़ से बचें। परिवार में किसी को खांसी-जुकाम है तो मरीज के साथ अन्य सदस्य मास्क का प्रयोग करें। साथ ही एक-दूसरे से सामाजिक दूरी रखें। छोटे बच्चों का अधिक बचाव करने की जरूरत है। अगर किसी बच्चे को खांसी-जुकाम है तो उसे आइसोलेट करें। अधिकाधिक पानी का सेवन करें। अच्छी डाइट लें। समय-समय पर हाथों को सेनेटाइज करते रहें।
