पंजाबी भाषा विकास समिति की संगरिया ईकाई की बैठक का आयोजन गुरुद्वारा सिंघ सभा में किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि एआईसीसी सदस्य विजेंद्र सिंह सिद्धू ने कहा कि विद्यालयों में शाला दर्पण पोर्टल पर दर्ज पंजाबी तृतीय भाषा की मैपिंग के अनुसार अध्यापकों के पद सृजित करवायें जाएंगे। उन्होंने कहा कि पंजाबी केवल भाषा ही नहीं अपितु हमारे इलाके की संस्कृति भी है। सरदूल सिंह संस्थापक भगत सिंह लाइब्रेरी करनपुर ने कहा कि हमें समाज में फैली कुरीतियों की तरफ भी ध्यान देने की जरूरत है ताकि भविष्य की पीढ़ी को सही दिशा दे सकें।
असिस्टेंट प्रोफेसर कुलदीप सिंह ने बताया कि शाला दर्पण हुई मैपिंग के आधार पर तृतीय भाषा के पदों का सृजन किया जाए । गंगानगर हनुमानगढ़ क्षेत्र के पंजाबी बाहुल्य इलाकों में विद्यालयों व महाविद्यालयों में पंजाबी विषय के पद स्वीकृत करने की मांग रखी। श्री गंगानगर हनुमानगढ़ की जिला लाइब्रेरी में पंजाबी भाषा की पुस्तकें पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करवाई जाएं।
इकबाल सिंह वरिष्ठ अध्यापक ने कहा कि मातृभाषा/ तृतीय भाषाओं के सभी अध्यापकों के पद भरे जाने चाहिए तथा जो बालक जिस तृतीय भाषा को पढ़ना चाहे उसकी मांग के अनुसार नए पद सृजित किए जाएं ताकि बच्चा अपनी मातृभाषा में ज्ञान हासिल कर सके ।इसके लिए प्राथमिक से लेकर उच्च कक्षाओं तक तृतीय भाषा के नए पद स्वीकृत कर उन पर भर्ती भी तुरंत की जाए ताकि आम बालक को भाषाओं को सीखने की सुविधा मिल सके तथा भरती के इंतजार में बैठे युवाओं को रोजगार मिल सके । इसलिए पंजाबी भाषा के विस्तार के साथ-साथ अन्य भाषाओं का विस्तार भी निरंतर रखा जाना चाहिए तथा प्रत्येक भाषा के अध्यापकों के नए पद सृजित कर उन्हें नियमित रूप से तुरंत भरे जाने की व्यवस्था की जानी चाहिए इसी में ही सरबत का भला शामिल है तथा संभव है।
इस बैठक में संगरिया ब्लॉक की कार्यकारणी का गठन किया गया। जिसमें सभाअध्यक्ष इकबाल सिंह, अध्यक्ष विनोद कुमार, उपाध्यक्ष सुखचैन सिंह तथा धर्मचंद अरोड़ा, ब्लॉक मंत्री गुरसेवक सिंह, उपमंत्री अजय बिश्नोई व प्रिंस वर्मा और ,कोषाध्यक्ष रोशन लाल, महिला प्रतिनिधि सुमन नरुला और कमलजीत कौर , L -2 पंजाबी सदस्य रविकांत, सीनियर टीचर सदस्य बलविंदर सिंह लेक्चरर सदस्य संदीप खरोड़, भावी अध्यापक प्रतिनिधि लखविंदर सिंह व सतनाम सिंह तथा कार्यकारणी सदस्य लखवीर सिंह, सुमित कुमार, महिंद को सिंह को मनोनीत किया गया।