खाजूवाला 9 अप्रेल (मदन अरोड़ा)। सभी ग्रामीणों ने एक ही सुर में आवाज बुलंद करते हुए कहा कि हमारा क्षेत्र खाजूवाला जिला बनने के सभी मापदंड पूरे करता है, इसलिए राज्य सरकार को हमे जिले का दर्जा देना चाहिए ताकि दूर-दराज, गांव, ढाणी में रहने वाले व्यक्ति को भी सुविधा उपलब्ध हो सके। ग्रामीणों द्वारा किसी भी सूरत में अनूपगढ़ में शामिल नहीं करने हेतु सरकार को चेतावनी दी गई तथा कहा गया कि खाजूवाला की एक इंच भूमि भी अनूपगढ़ में शामिल नहीं करने देंगे।
5KYD के समस्त ग्रामीणों द्वारा अपना समर्थन समिति को दिया गया तथा भविष्य में समिति द्वारा होने वाले आयोजनों में भारी संख्या में खाजूवाला मुख्यालय पर पहुंचने का समर्थन दिया। ग्रामीणों द्वारा चेतावनी भरे स्वर में कहा गया कि यदि राज्य सरकार जनभावनों को दर किनार करते हुए खाजूवाला क्षेत्र को अनूपगढ़ में मिलाती है तो सरकार को इसके भारी दुष्परिणाम उठाने पड़ेंगे। आमजन द्वारा धरना, प्रदर्शन, चक्का जाम जैसे कदम उठाए जाएंगे, जिसकी समस्त जिम्मेवारी सरकार की होगी। सभा के दौरान समिति के अध्यक्ष महावीर सोनी, सीसीबी बीकानेर चेयरमैन भागीरथ ज्याणी, कोषाध्यक्ष सुभाष बजाज, सचिव प्रहलाद तिवाडी, प्रवक्ता भूपेंद्र सिंह, उपाध्यक्ष शीशपाल राजपुरोहित, आईटी प्रभारी पीयूष सोमानी मौजूद रहे। इस दौरान गुलाम मुस्तफा, सुखराम जाखड़ आदि ने अपने विचार रखे। ग्रामीणों में मनोज चांदोरा, आशीष, बीरबल राम, धन्नाराम, जगदीश देदाणी, सुखदेव शर्मा, इंद्राज नाई, गोविंदराम, गुलाम मुस्तफा (पूर्व सरपंच प्रतिनिधि 8KYD), आईदान राम, बलराम शर्मा,दिलीप चानदोरा, ज्ञानप्रकाश, कासम खां दईया, आदुराम, अभिषेक, प्रेम पूरी, साहबराम बिरडा, अभय सिंह, हरिराम गोदारा, जितेंद्र थापन (पूर्व सरपंच 5KYD), अचलाराम, सीताराम, किसनाराम राईका, सतपाल, दलपतराम, हीरालाल, यूसुफ खां कोहरी, सुमेरसिंह, बाबूलाल चांदोरा, कृष्णलाल लिंबा, भीखाराम गोदारा, धर्मपाल डारा (पूर्व डारेक्टर), चैनाराम गोदारा (सरपंच प्रतिनिधि,5KYD), मंगेज सिंह, देवीलाल सहारण, सुरेंद्र गिला, शंकरलाल, सतपाल धत्तरवाल, रहीम खां, दुलीचंद, रामकुमार, अमरचंद, चेतनराम, मुकेश कुमार, सावन खां, राकेश कुमार आदि मौजूद रहे।