कृषि प्रधान मण्डी खाजूवाला को जिला बनाने की मांग हो रही है तेज
-अनूपगढ़ में नहीं जाना चाहते

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खाजूवाला 10 दिसम्बर (मदन अरोड़ा)। राजस्थान सरकार के मुख्यिा अशोक गहलोत ने 17 मार्च को राजस्थान में एक साथ 19 जिले बनाकर विरोध के सुर पैदा कर लिये हैं। कहीं धरना, तो कहीं प्रदर्शन आये दिन हो रहे हैं, ऐसे में जिलांें की संख्या बढ़ाना भी गले की हड्डी बन चुकी है और जिलों को प्रभाव में लेने पर भी विरोध के स्वर गूजंगे, ऐसा लगातार समाचार पत्रों में आ रहा है। विधान सभा मुख्यालय खाजूवाला जो कि वर्षों से लूणकरणसर में रहा और जब विधान सभा मुख्यालय बना है तो उसे अनूपगढ में शामिल करने के जो संकेत सामने आ रहे हैं इससे सोशल मीडिया पर दिन-रात बहस चल रही है। कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्त्ता अपने-अपने विचार व्यक्त कर रहे हैं। राज्य के मुख्यिा अशोक गहलोत और स्थानीय विधायक केबिनेट मंत्री गोविन्दराम मेघवाल तक अपनी-अपनी बात कार्यकर्त्ता अपने-अपने माध्यम से पहुंचा रहे हैं। खाजूवाला क्षेत्र की अधिकत्तर जनता का मत है कि खाजूवाला को जिला बनाया जाये अन्यथा बीकानेर जिले में ही रखा जाये। सोशल मीडिया की बहस 24 में से 18 घंटे तक जारी रहती है और आमजन आपस में सवाल-जवाब कर उलझते रहते हैं। जब जिले प्रभाव में आयेंगे, तब अगला रूख कैसा होगा, ये तो समय की इन्तार क्षेत्रवासी कर रहे हैं।
बार एसोसियेशन अध्यक्ष सलीम खान एवं सचिव दिलीप कुमार शर्मा के नेतृत्व में राज्य के मुख्यमंत्री एवं केनिबेट मंत्री गोविन्दराम मेघवाल को उपखण्ड अधिकारी के माध्यम से भेजे गये पत्र में लिखा कि खाजूवाला विधानसभा सत्र में राजस्थान राज्य में 19 नये जिले बनाने की घोषणा की गई जिसमें श्रीगंगानगर जिले के क्षेत्र अनूपगढ़ विधानसभा को नया जिला बनाया गया। आप द्वारा नये जिले अनूपगढ़ को बनाने के लिए जिन भौगौलिक क्षेत्र का चयन किया गया है उसमें विधान सभा क्षेत्र खाजूवाला की तहसील खाजूवाला का पूर्ण या आंशिक रुप से जो क्षेत्र अनूपगढ में शामिल किया जा रहा है और जिला बनाया जा रहा है, इससे खाजूवाला तहसील के वासियों को भारी नुकसान होगा क्योंकि खाजूवाला वासियों का जुड़ाव अधिकत्तर बीकानेर जिला मुख्यालय से रहा है। खाजूवाला क्षेत्र का विकास जिला मुख्यालय बीकानेर स्थित सरकारी कार्यालयांे पर निर्भर करता है। बीकानेर संभाग मुख्यालय होने के साथ-साथ राजस्थान का शिक्षा निदेशायल भी बीकानेर में स्थित है, ऐसे में खाजूवाला की आवाम अनूपगढ़ जिले में शामिल नहीं होना चाहती। सुख सुविधाओं और विकास की दृष्टि से खाजूवाला का बीकानेर जिले में जुडे रहना ही हितकारी है क्योकि संभाग स्तर के समस्त कार्य करने के लिए खाजूवाला की आवाम को बीकानेर जाना होगा। शिक्षा के क्षेत्र में बीकानेर एज्युकेशन सिटी बन चुकी हैं वहीं स्वास्थ्य से संबंधित बीकानेर संभाग का सबसे बड़ा हॉस्पीटल पीबीएम जहां श्रीगंगानगर, चूरू, हनुमानगढ, बीकानेर तथा पंजाब, हरियाणा तक के मरीज इलाज करवाने के लिए आते हैं, ऐसे में खाजूवाला क्षेत्र की जनता बीकानेर जिले में ही रहना चाहती है। इसी तरह जन स्वास्थ्य अभियांत्रीकी विभाग का अतिरिक्त मुख्य अभियंता एवं ऊर्जा विभाग का संभाग स्तर का कार्यालय बीकानेर में स्थित है। व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए संभाग का एक मात्र कार्यालय खादी ग्रामद्योग बीकानेर में स्थित है। बीकानेर मेडिकल कॉलेज एवं महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के साथ-साथ इसी तरह की अनेक सुविधायें केवल मात्र बीकानेर संभाग मुख्यालय पर स्थित हैं। अनूपगढ़ में वर्तमान में किसी भी तरह का कोई इन्फरास्ट्रक्चर उपलब्ध नही है। अनूपगढ़ में सुविधायें व सरकरी कार्यालयांे का निर्माण होने में काफी समय लगेगा। जिससे खाजूवाला क्षेत्र का विकास अवरूद्ध हो जायेगा व खाजूवाला क्षेत्र के विकास की गति 20 वर्ष पीछे चली जायेगी। खाजूवाला विकास की मुख्यधारा से पूर्णतया हट जायेगा। इसलिए खाजूवाला क्षेत्र को बीकानेर में ही रहने दिया जावे। यदि खाजूवाला क्षेत्र को अनूपगगढ़ जिले में शामिल किया जाता है तो उपनिवेशन विभाग समाप्त हो जायेगा और उपनिवेशन व राजस्व में भूमि आवंटन की बकाया फाईलों में वरीयता बदल जायेगी। यहां के लोग भूमि से वंचित रह जायेंगे। राजस्व अपील अधिकारी कैम्प कोर्ट खाजूवाला बंद हो जायेगा। लोगांे को रायसिंहनगर तक जाना पड़ेगा। रेवेन्यू बोर्ड बैच बीकानेर से खाजूवाला की आवाम न्याय प्राप्त नही कर सकेगी। खाजूवाला की आवाम को रेवेन्यु बोर्ड अजमेर जाना होगा। संभाग मुख्यालय से जुडने के समस्त फायदों से समस्त खाजूवाला की आवाम वंचित हो जायेगी। इसी तरह से सिंचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता कार्यालय का भी मर्ज होने का अंदेशा है जिसकी सुनवाई विजयनगर में होगी। अभी इसी बजट सत्र आप द्वारा खाजूवाला में घोषित अतिरिक्त जिला एवं सेशन न्यायालय भी खाजूवाला में नहीं खुल सकेगा। अधिशाषी अभियंता विद्युत निगम कार्यालय खाजूवाला में नहीं खुलेगा, ना ही पीडब्ल्युडी का कार्यालय खाजूवाला में रहेगा। वृताधिकारी पुलिस कार्यालय भी केवल मात्र खाजूवाला पुलिस थाना हेतु नहीं रहेगा। खाजूवाला विधानसभा मुख्यालय भी समाप्त हो जायेगा। इस प्रकार खाजूवाला की आवाम को भारी नुकसान होगा। खाजूवाला की आवाम की पहचान इनके दस्तावेज, जमीन दस्तावेज सभी परिवर्तित हो जायेंगे। खाजूवाला विधानसभा एक कांग्रेस विचारधारा का विधानसभा क्षेत्र है, यहां 36 कौम के लोग रहते है। यहां की जनता पूर्णतयाः कांग्रेस पार्टी को समर्पित है। आने वाले समय में परिसमन की वक्त जिला की सीमाआंे की बाध्यता चलते खाजूवाला की आवाम अनूपगढ़ विधानसभा क्षेत्र में चली जायेंगी जिसका परिणाम यह होगा कि खाजवूाला विधानसभा की कांग्रेस विचार धारा बहुत कमजोर हो जायेगी। कांग्रेस पार्टी को भारी नुकसान होगा। खाजूवाला की जनता अपनी मजबूत विचारधारा को विधानसभा में उठाने के लिए जनप्रतिनिधी भी नहीं भेज सकेगी। आप द्वारा खाजूवाला क्षेत्र में किया गया विकास कार्य हाशिये पर चला जायेगा। इसलिए खाजूवाला विधानसभा क्षेत्र के उपखण्ड खाजूवाला, छतरगढ़, पूगल के तमाम लोगांे की मांग है कि खाजूवाला को जिला बनाया जाये एवं अनूपगढ़ में खाजूवाला को शामिल नहीं किया जाये जिसके लिए खाजूवाला, छतरगढ़, पूगल की जनता पिछले एक माह से आंदोलन कर रही है सभी विचारधारा व राजनैतिक पार्टीयों के सभी जनप्रतिनिधी व आवाम खाजवूाला को जिला बनाने व खाजूवाला को अनूपगढ़ में शामिल करने को लेकर जगह-जगह आंदोलनरत्त हो रहे हैं। खाजूवाला की आवाम में रोष है कि खाजूवाला को अनूपगढ़ में शामिल नहीं किया जाये क्योंकि खाजूवाला उपखण्ड स्वयं जिला बनाये जाने के सभी मापदण्डांे को पूरा करता है। भागौलिक, आर्थिक, सामरिक और कृषि की दृष्टि से अग्रणी मण्डी है। खाजूवाला जिला बनाने के मापदण्ड पूरा करता है। खाजूवाला विधानसभा में तीनांे उपखण्ड खाजूवाला, पूगल, छतरगढ़ व उप तहसीलदार दंतौर एवं दामोलाई शामिल हैं। खाजूवाला को जिला बनाये जाने पर बज्जू उपखण्ड को भी खाजूवाला में शामिल किया जा सकता है। इसलिए भौगोलिक दृष्टि से खाजूवाला विधानसभा में सबसे बडा उपखण्ड है खाजूवाला है। आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र है जहां एशिया की सबसे तेज गति से प्रगति करने वाली मण्डी है। कपास उत्पादन में एशिया की सबसे बड़ी मण्डी खाजूवाला है। क्षेत्र में जिप्सम के भण्डार के रूप में भी सबसे बडा क्षेत्र है। सरसों उत्पादन में भी खाजूवाला सम्पूर्ण भारत वर्ष में प्रथम स्थान पर रहा है। यदि खाजूवाला को जिला बनाया जाता है तो खाजूवाला जिला मुख्यालय स्थापित होगा जिससे सीमा पार से होने वाली गतिविधियो पर अंकुश लगेगा। सीमा पर तैनात बीएसएफ व भारतीय सेना को जिला स्तरीय सुविधाऐं मिलेगी क्योंकि खाजूवाला भारत पाक सीमा पर बसा क्षेत्र है। यहां बीएसएफ व भारतीय सेना की को जिला बनने से लाभ मिलेगा। इसलिए खाजूवाला की आवाम की मांग है कि खाजूवाला को जिला बनाया जाये यदि किन्ही कारणों से जिला नहीं बनता है तो खाजूवाला उपखण्ड को अनूपगढ़ में शामिल नहीं किया जावे व बीकानेर जिले में यथावत् रखा जावें। पत्र में आग्रह किया गया है कि इस सम्बंध में रामलुभाया कमेटी से खाजूवाला को जिला बनाये जाने के लिए रिपोर्ट मंगवाई जावे जिससे कि खाजूवाला जिला बन सके

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