
महाजन का मशहूर मटका राजू मटके वाला
11 टीकेडब्ल्यू गर्मी का मौसम शुरू हो गया है इस समय लोग जगह-जगह ठंडे पानी के लिए प्याऊ की व्यवस्था करते हैं ठंडे पानी के लिए हमारी निर्भरता मिट्टी के घड़े के बजाय फ्रिज के प्रति बड़ी है जबकि मिट्टी के घड़े में पानी पीने के कई फायदे हैं जानते हैं इसके बारे में
कैसा हो मिट्टी का घड़ा शीतल के लिए काली मिट्टी से बने घड़े का उपयोग करना चाहिए
कहां रखा जाए मिट्टी के घड़े को अक्सर लोग अपनी रसोई में रखते हैं यदि वही आप घड़ा रख रहे हैं तो इस बात को ध्यान अवश्य रखें कि वहां हवा का संचार अच्छा हो
कब बदलना चाहिए मिट्टी के घड़े को कम से कम तीन-चार मां है बाद में बदल लेना चाहिए अगर पानी में फ्लोराइड की मात्रा अधिक है तो वहां डेढ़ माह में मटका बदलाव जरूरी है
मिट्टी के घड़े में रखे पानी को क्षारीयता बढ़ती है यह हमारे खून के पीएच को संतुलित रखता है हमारी दिनचर्या से शरीर में अमृता बढ़ रही है
पानी को ठंडा रखता है फ्रिज के मुकाबले असंतुलित आधार पर पानी को ठंडा रखता है कहा जाता है कि मिट्टी के घड़े में से थोड़ा पानी टपकना चाहिए क्योंकि उसमें से थोड़ा पानी बाहर आता है और वाष्पीकृत होता है
कैसे करें मटके की सफाई मटके में कभी हाथ डालकर साफ नहीं करना चाहिए ऐसे साफ करने से गड़े की गंदगी उसके छिर्दों में चली जाती है इससे मटका साफ नहीं होता
अमीचंद प्रजापति