जिस तरह से मानव वर्तमान में पानी का दुरुपयोग कर रहा है उससे लगता है कि आने वाली समय में पानी की कमी हो सकती है।इसलिए आने वाले सूखे में पानी बचाने का पुण्य होगा,चार प्यासों की प्यास बुझेगी और आने वाले पीढ़ी को पानी मिलेगा।क्योंकि जनसंख्या विस्फोट,जल संसाधनों का अति उपयोग/दुरुपयोग,पर्यावरण की क्षति तथा जल प्रबंधन की दुर्व्यवस्था के कारण भारत के कई राज्य जल संकट की त्रासदी भोग रहे हैं।जल संकट का सबसे ज्वलंत उदाहरण दक्षिण अफ्रीका की राजधानी केपटाउन शहर है।’केप टाउन’ को ‘दुनिया का पहला जल-मुक्त शहर’ घोषित किया गया है।क्योंकि वहां की सरकार ने 14 अप्रैल 2023 के बाद पानी की आपूर्ति करने में असमर्थता दिखाई है।
अंत में दुनिया की दु:खद यात्रा का यह समय किसी भी देश के पास आ सकता है।हम सब को पानी का संयम से उपयोग करना चाहिए।आज से पानी बर्बाद करना बंद करो।आपको ज्ञात होगा कि भारत सरकार ने रेल द्वारा लातूर को पानी भी भेजा था।विश्व का केवल 2.7%जल ही पीने योग्य है।जैसे-जैसे आसपास के सभी बांधों में पानी का स्तर कम हुआ है,भूमिगत जल स्तर गहरा होता गया है।एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में हम पानी की बर्बादी को रोककर पानी की बचत करेंगे।आप और हम इसे आसानी से कर सकते हैं।आइए कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चिंतन कर इसे अपनी आदत बनाएं।
1.कार आदि वाहन को रोज न धोएं
2.आंगन में पानी के छींटे न मारें।
3.नल को लगातार चालू न रखें।
4.आइए और भी कई अच्छे उपाय करके पानी बचाएं।
5.घर में टपकते नल को ठीक करें।
6.समाज में पानी की टैंक,पाइप, बॉल कॉक की मरम्मत कीजिए।
7.पेड़ लगाओ,पेड़ बढाओ।
8.पेड़ के गमले में सावधानी से पानी डालें।
#राजकुमार_सोनी_श्रीगंगानगर
विधानसभा क्षेत्र श्रीगंगानगर राजस्थान (002)