बाड़मेर । 25.04.2023 । हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 26 अप्रैल को ओरण दिवस के रूप में मनाया जायेगा । जिला मुख्यालय से लगभग 20 कि.मी. दूर स्थित ’राणीगांव में वर्ष 2002 में हुए ऐतिहासिक ओरण बचाओ आन्दोलन की चिरस्मृति में प्रतिवर्ष 26 अप्रैल को ओरण दिवस’ के रूप में मनाया जाता है ।
ओरण बचाओ आन्दोलन, बाड़मेर के जिला संयोजक एवं सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश बोहरा अमन ने बताया कि आज से ठीक 21 वर्ष पूर्व राणीगांव में चौहटन रोड़ फांटा पर विस्तृत भू भाग में फैली धर्मपूरी जी महाराज की ओरण को ’परम श्रद्घेय पूज्य महंत श्री मोहनपुरी जी महाराज’ के सानिध्य में भूमाफियों एवं स्वार्थी तत्वों के चुंगल से बड़ी जदोजहद के बाद ’मुक्त करवाई’ गई थी । जिसकी स्मृति में प्रतिवर्ष 26 अप्रैल में जिले भर मे ओरण-गोचर संरक्षण एवं संवर्द्धन को लेकर ओरण दिवस का आयोजन किया जाता है ।
बाबूलाल वादी एवं जितेन्द्र भंसाली ने बताया कि ओरण बचाओ आन्दोलन की 21वीं वर्षगांठ के अवसर पर 26 अप्रैल को धर्मपूरी की ओरण राणीगांव में पूजा अर्चना की जाएगी तथा ओरण में स्थित वृक्षों को रक्षासूत्र बांध ओरण-गोचर संरक्षण का संकल्प लिया जायेगा । साथ ही ओरण क्षेत्र में पौधारोपण कर पंछियों के लिए परिण्डे लगाएं जायेंगे । इस दौरान आन्दोलन से जुडे कई कार्यकर्ता व पर्यावरण प्रेमी मौजूद रहेंगें ।