समुदाय की जागरूकता से बचेगी प्राचीन धरोहर ओरण-गोचर :- बोहरा

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ओरण-गोचर विकास बोर्ड का गठन हमारी मांग :- बोहरा

ओरण दिवस पर ओरण पूजन, वृक्षों को रक्षासूत्र, पंछियों के लिए परिण्डे व पौधारोपण कार्यक्रम हुआ आयोजित

वृक्षों को रक्षासूत्र बांध संरक्षण का लिया संकल्प, पौधारोपण कर पंछियों के लिए लगाएं परिण्डे

बाड़मेर । 26.04.2023 । जिला मुख्यालय से लगभग 20 कि.मी. दूर स्थित ’राणीगांव में वर्ष 2002 में हुए ऐतिहासिक ओरण बचाओ आन्दोलन की चिरस्मृति में प्रतिवर्ष 26 अप्रैल को ओरण दिवस’ के रूप में मनाया जाता है । जिस कड़ी में 26 अप्रैल बुधवार को श्री धर्मपुरीजी महाराज की ओरण रानीगांव में ओरण बचाओ आन्दोलन के जिला संयोजक मुकेश बोहरा अमन के नेतृत्व में ओरण पूजन, पौधारोपण, वृक्षों को रक्षासूत्र, पंछियों के लिए परिण्डे एवं ओरण-गोचर संरक्षण को लेकर संकल्प कार्यक्रम आयोजित हुआ ।

ओरण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम का आगाज श्री धर्मपुरीजी महाराज एवं ओरण की पूजा-अर्चना से हुआ । जहां सभी पर्यावरण प्रेमियों ने श्री धर्मपूरीजी महाराज को धोक लगाई व ओरण की पूजा की । तत्पश्चात् कार्यकर्ताओं ने ओरण में पौधारोपण कर वृक्षों पर पंछियों के लिए परिण्डे लगाएं । वहीं ओरण में वृक्षों को युवाओं ने रक्षासूत्र बांधकर संरक्षण का संकल्प लिया ।  

ओरण बचाओ आन्दोलन, बाड़मेर के जिला संयोजक एवं सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश बोहरा अमन ने इस अवसर पर कहा कि आज से ठीक 21 वर्ष पूर्व राणीगांव में चौहटन रोड़ फांटा पर विस्तृत भू भाग में फैली धर्मपूरी जी महाराज की ओरण को ’परम श्रद्धेय पूज्य महंत श्री मोहनपुरी जी महाराज’ के सानिध्य में भूमाफियों एवं स्वार्थी तत्वों के चुंगल से बड़ी जदोजहद के बाद मुक्त करवाई गई थी । जिसकी स्मृति में प्रतिवर्ष 26 अप्रैल में जिले भर मे ओरण-गोचर संरक्षण एवं संवर्द्धन को लेकर ओरण दिवस का आयोजन किया जाता है । अमन ने कहा कि समुदाय की जागरूकता से ही ओरण-गोचर को सही मायनों में बचाया जा सकता है । वरना आधुनिकता की आपाधापी में दिनों-दिन ओरण-गोचर क्षेत्रों पर अतिक्रमण आदि हो रहे है । जो अने वाली पीढ़ी व समय के लिए बेहद ही घातक साबित होंगें । ओरण-गोचर जैसे पारिस्थितिकी सन्तुलन के नायाब व अनमोल तोहफे व धरोहर को बचाना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है । वहीं प्रशासन को भी इस ओर ध्यान देते हुए ओरण-गोचर क्षेत्रों की नये सिरे से पैमाईश एवं विकास को लेकर गम्भीरता से कार्य कने की जरूरत है । साथ ही राज्य सरकार स्तर पर ओरण-गोचर विकास बोर्ड बनाकर इन क्षेत्रों को जीवनदान देने की महती आवश्यकता है ।

कार्यक्रम में ओरण-गोचर कार्यकर्ता हाकमसिंह ने ओरण-गोचर व चारावाह विकास को लेकर सरकारी योजनाओं की जानकारी दी और युवाओं को आगे आने का आह्वान किया । साथ ही उन्होंनें कहा कि ओरण-गोचर को बचाने एवं विकसित करने के लिए हमें आगे आने की जरूरत है ।

बाबूलाल वादी एवं जितेन्द्र भंसाली ने बताया कि ओरण दिवस के उपलक्ष में आयोजित कार्यक्रम सभी यवु साथियों ने धर्मपूरी जी महाराज को साक्षी मानते हुए ओरण-गोचर संरक्षण का संकल्प लिया । इस दौरान ओरण-गोचर संरक्षण को लेकर पिछले 21 वर्षां से आन्दोलन चला रहे सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश बोहरा अमन, कार्यकर्ता हाकमसिंह, डालूराम सेजू, हरीश बोथरा, गुलाबसिंह राठौड, जितेन्द्र भंसाली रानीगांव, बाबुलाल वादी, बशी मेघवाल, रायमल रबारी, गौतम बोहरा, विक्रमसिंह, प्रवीण धनदे, दिनेशकुमार सहित कई पर्यावरण प्रेमी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे ।

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