रोजड़ी में खाजूवाला-रावला के लिए रेल लाइन टी-प्वाइंट देने का प्रस्ताव

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सीमावर्ती क्षेत्र का विकास-प्रस्तावित रेल सुविधा
मंडल अधिकारियों ने प्रस्तावित रेल लाइन की सौंपी रेलवे बोर्ड को सर्वे रिपोर्ट

रोजड़ी में खाजूवाला-रावला के लिए रेल लाइन टी-प्वाइंट देने का प्रस्ताव

छतरगढ़,सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण व सीमावर्ती क्षेत्र के आधा दर्जन कस्बों एवं मंडियों के लिए लाइफ लाइन माने जाने वाली रेल लाइन बिछाने का सर्वे कार्य पूरा हो गया है।कोलकाता की एक निजी कम्पनी की ओर से किए गए सर्वे कार्य का रेलवे के मंडल अधिकारी की ओर से प्रस्तावित रेल लाइन सर्वे रिपोर्ट विभाग के जोन कार्यालय जयपुर से अनुशंसा सहित नई दिल्ली स्थित रेलवे बोर्ड को सौंप दी।सर्वे रिपोर्ट सौंपने के बाद गत सोमवार को रेलवे बोर्ड में आलाधिकारियों की इस पर चर्चा भी हुई है।इसको लेकर शीघ्र ही रेल के आलाधिकारी अनूपगढ़-बीकानेर रेल लाइन के संबंध में दौरा करेंगे। प्रस्तावित रेल लाइन प्रोजेक्ट की डीपीआर लगभग 1900 करोड़ रुपए की बनी है।प्रधानमंत्री दौरे के बाद क्षेत्र के विकास में प्रमुख सीमावर्ती क्षेत्र की मंडियों में रेल सुविधा देने की मंशा पर केन्द्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने रेल अधिकारियों को शीघ्र सर्वे रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।अनूपगढ से बीकानेर तथा रावला खाजूवाला रेल लाइन बिछाने की प्रारंभिक औपचारिकता पूरी होने पर रेल सुविधा की कुछ आस बंधी है। क्षेत्रीय सांसद अर्जुनराम मेघवाल की अनुशंसा पर रेल मंत्रालय ने गत वर्ष अप्रेल माह में रेल लाइन सर्वे के लिए 75 लाख रुपए स्वीकृत कर टेण्डर जारी किए थे।सर्वे करने वाली निजी कम्पनी ने गुगल मेप से पहले तीन डमी सर्वे के लिए नक्शा दिया। इसमें तीन रूट बनाए गए।रूट एक में 202.30 किमी रेल लाइन, रूट नम्बर दो में 212.99 किमी तथा रूट तीन में 237.98 किमी रेल लाइन बिछाने की बात कही गई। तीनों रूटों में से किसी एक रूट का सर्वे कराने के लिए कम्पनी ने रेलवे विभाग से स्वीकृति मांगी थी।लेकिन रेलवे विभाग ने तीनों ही प्रस्तावों को खारिज कर दिया।तीनों रूट की रेल लाइन की अधिक लम्बाई होने तथा रेल लाइन से जोड़ने वाले सभी स्थान भी रेल सुविधा से जुड़ नहीं पाने के कारण खारिज कर दी गई।अब केंद्र सरकार इस योजना को धरातल पर लागू करने के लिए मंशा रख रही है। सर्वे के मुताबिक 188 किमी विद्युत चलित रेल लाइन बिछेगी- विश्वसनीय सूत्रों ने बताया कि पहले के हुए सर्वे में 154..400 किमी वाली सर्वे रिपोर्ट की लाइन को पूरी तरह बदलाव कर ताजा सर्वे में अनूपगढ़ से बीकानेर वाया छतरगढ़ सीधी तथा खाजूवाला रावला सहित मंडियों को रेल सुविधा से जोड़ने के तहत कुल 188.2 किमी रेल लाइन बिछेगी। अनूपगढ़ से बीकानेर वाया छतरगढ़ तक लगभग 130 किमी लम्बाई वाली सतासर, मोतीगढ़,लाखूसर होते हुए बीकानेर के पास कानासर गांव तक रेल लाइन बिछाने का सर्वे किया गया है।
इस रेल लाइन सर्वे के मुताबिक महाजन फील्ड रेंज की दूरी महज चंद किलोमीटर रहने के कारण सामरिक दृष्टि से महत्व रखती है जबकि खाजूवाला रावला को रेल लाइन से जोड़ने के लिए रोजड़ी के पास टी-प्वाइंट देने का प्रावधान ताजा सर्वे रिपोर्ट किया गया है। रोजड़ी से खाजूवाला वाया रावला होकर रेल लाइन की लंबाई 55 से 60 किमी के बीच में रहेगी। बीकानेर से खाजूवाला वाया रावला अथवा सूरतगढ, बठिंडा, अनूपगढ से आने वाली ट्रेन रोजड़ी टी-पोइंट होकर खाजूवाला रावला पहुंचा जा सकेगा।

अनूपगढ़ ज्योति लगातार उठाता रहा है रेल लाइन का मुद्दा

अनूपगढ़ से बीकानेर वाया छतरगढ़ रेल लाइन के लिए अनूपगढ़ ज्योति ने पिछले वर्षों से समय समय आमजन की वर्षों पुरानी मांग को ध्यान में रखते हुए कई बार समाचार प्रकाशित किया है।भाजपा नेता रविशेखर मेघवाल,पूर्व विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल, समाजसेवी हरिकिशन जोशी,व्यापार मंडल अध्यक्ष नन्दराम जाखड़ ने पत्रिका की ओर से क्षेत्र के सार्थक विकास में भागीदारी निभाने पर सराहना की है। रेल लाइन के लिए क्षेत्रीय सांसद एवं केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के ठोस प्रयासों के कारण क्षेत्र को शीघ्र ही खुशखबर मिल सकती है।

इनका कहना है।

अनूपगढ़ -बीकानेर रेल लाइन बिछाने के लिए सर्वे का काम पूरा हो गया है। प्रस्तावित रेल सुविधा से यात्री तथा माल भार आदि का सर्वे भी अलग से विशेषज्ञ दल कर चुका है। क्षेत्र को शीघ्र ही रेल लाइन की सौगात मिलने की उम्मीद है। अनूपगढ़ से बीकानेर वाया छतरगढ़ रेल लाइन बिछने पर तीन विधानसभा क्षेत्रों में लाभ मिलेगा।

-ओमप्रकाश मेघवाल रेल संघर्ष समिति,छतरगढ़

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