आज धर्म की रक्षा जरूरी हैं -पंडितकाशी नाथ मिश्रा

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आज धर्म की रक्षा जरूरी हैं

रतनगढ़ 21 जनवरी (ओम सारस्वत) श्री अंजनी माता मंदिर प्रांगण में हो रही भागवत भविष्य मालिका कथा के दौरान कथावाचक पंडित काशीनाथ मिश्रा ने कलयुग अंत होने के तेरह लक्षण बताते हुए कहा कि आज विश्व में सनातन धर्म की संख्या कम है, कलयुग में धर्म संकुचित हो रहा है, रक्षक ही भक्षक बन रहे हैं, कलयुग में भाई-भाई में विरोध होगा, पुत्र माता-पिता का कहना नहीं मानेंगे उनकी सेवा नहीं करेंगे, प्रेरणा दी की माता-पिता की सेवा करो, उनको दु:ख देने से जीवन में कष्ट भोगना पड़ता है ।पंडित मिश्रा ने आज भगवान के अवतारों का वर्णन करते हुए कहा कि सनातन धर्म में सूर्य पूजा का बड़ा महत्व है, सूर्य की प्रात:और संध्या वंदना करनी चाहिए।आज धर्म की रक्षा जरूरी है। समय आने पर प्रभु धर्म संस्थापन पुन: करेंगे । रविवार की प्रात:काल अयोध्या के संत जटापाल बाबा, उज्जैन के संत राधाचरण दास महाराज के नेतृत्व में प्रभात फेरी का आयोजन किया गया। जिसमें माधव परिवार के मार्गदर्शन मोहन भाई उड़ीसा और खाटू श्याम मंडल के सदस्यों सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे ।कथा के दौरान भारत विकास परिषद के सदस्यों ने कथावाचक का सम्मान किया।कथा शुरू होने से पूर्व सेवा समिति के अध्यक्ष हनुमानसिंह शेखावत, विश्वनाथ शर्मा, पुजारी रामवतार शर्मा ने कथा वाचक का अभिनंदन किया। कथा में देवकीनंदन सोनी बालकृष्ण धर्ड, विष्णुदयाल गोरीसरिया, रामअवतार नोहाल, राजेंद्रसिंह बिदावत, ओमप्रकाश मंगलहारा,मूलचंद सिंधी , मदनलाल कम्मा, सत्यनारायण टेलर, शैलेश शर्मा, परमेश्वर आत्रेय, हिमांशु मालपुरिया, मदन सिंह फ्रांसा, रामावतार ठठेरा सहित बड़ी संख्या में धर्म श्रद्धालु जन उपस्थित थे।

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