हनुमानगढ़। टाउन धानमंडी के व्यापारियों की संस्था फूडग्रेन मर्चंेट्स एसोसिएशन ने गेहूं की एमएसपी पर खरीद के लिए जनाधार कार्ड एवं ऑनलाइन पंजीकरण तथा गिरदावरी की अनिवार्यता करने की मांग की है। इस संबंध में सोमवार को आयोजित प्रेस वार्ता में फूडग्रेन मर्चंेट्स एसोसिएशन संस्था अध्यक्ष सन्तराम जिन्दल ने बताया कि मौसमी परिस्थितियों एवं बिजाई को ध्यान में रखते हुए इस बार फसल की बम्पर आवक होने की सम्भावना है। किसानों को मंडी प्रांगण में गेहूं लाने पर सरकार की ओर से भारतीय खाद्य निगम के माध्यम से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की जाएगी। एमएसपी पर खरीद के लिए जनाधार कार्ड एवं ऑनलाइन पंजीकरण तथा गिरदावरी की अनिवार्यता की गई है। जिन्दल ने बताया कि समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद के लिए ऑन लाइन पंजीकरण तथा दस्तावेजी अनिवार्यताओं में जनाधार कार्ड को गत वर्ष लागू किया गया था। इसके साथ ही गिरदावरी पर्ची की अनिवार्यता की गई थी। दस्तावेजी अनिवार्यता के चलते किसान गेहूं की फसल मंडी में लाने के बाद दस्तावेजों के लिए सरकारी विभागों के चक्कर लगाता रहता है। आखिर में परेशान होकर एमएसपी से कम दाम पर फसल बेच कर स्वयं को आर्थिक हानि पहुंचा लेता है। इसके साथ राज्य को भी राजस्व की हानि होती है। इस संबंध में विधायक व जिला कलक्टर को भी अवगत करवाया गया है। उन्होंने मांग की कि सरकार की ओर से गेहूं की एमएसपी पर खरीद की प्रक्रिया में सरलीकरण किया जाए। ऑनलाइन पंजीकरण, जनाधार कार्ड की अनिवार्यता तथा गिरदावरी आदि की बाध्यताओं को समाप्त कर किसान से उसकी कृषि जिन्स एमएसपी पर आधार कार्ड एवं बैंक पास बुक के दस्तावेजों के माध्यम से क वर्ग दलाल/कच्चा आढ़तिया व्यापारी के जरिए खरीद की जाए ताकि दस्तावेजों की पूर्ति के अभाव में किसानों का एफसीआई को गेहूं बेचान से मोह भंग नहीं हो और इलाके से गेहूं सीमावर्ती पड़ोसी राज्यों में न चली जाए। प्रेस वार्ता में संस्था उपाध्यक्ष अरविन्द कुमार, सचिव गुरजीवन सिंह, सहसचिव आशीष कुमार व कोषाध्यक्ष दीपक सहारण मौजूद थे।
