चूरू। भारतीय दलित साहित्य अकादमी जिला शाखा चूरू जिला शाखा चूरू के द्वारा चुरू जिले के सभी अनुसूचित जाति तथा जनजाति के जनप्रतिनिधियों का सम्मान समारोह आदर्श छात्रावास चूरू में किया आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम में चुरू जिले के 225 जनप्रतिनिधियों का सम्मान किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षा भारतीय दलित साहित्य अकादमी के प्रदेशाध्यक्ष प्रोफेसर आत्माराम स्वामी ने की, मुख्य अतिथि माननीय वंदना आर्य जिला प्रमुख चुरु विशिष्ट अतिथि किरोड़ीमल मीणा धनराज नानू राम विद्याधर बाबूलाल निर्मल भारतीय दलित साहित्य अकादमी के संयोजक भोमाराम तथा कार्यक्रम के मुख्य वक्ता मोहनलाल आर्य मंचस्थ अतिथि थे।
सर्वप्रथम बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया तथा कार्यक्रम का आगाज हुआ उसके पश्चात बिरसा मुंडा रावत राम आर्य वह भारतीय संविधान के सम्मुख दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का प्रारंभ किया गया सभी आगंतुकों का अभिवादन इंजीनियर रवि आर्य ने किया। डॉक्टर निरंजन चिरानिया पवन गोठवाल बाबूलाल भोमाराम आदि ने अपने विचार व्यक्त किए समस्त जिले के सरपंच पंचायत समिति सदस्य जिला परिषद सदस्य सभी नगर पालिकाओं के पार्षद गण इन सभी का प्रतिक चिन्ह प्रशस्ति पत्र माला दुपट्टा पहना कर के स्वागत व सम्मान किया गया। कार्यक्रम में 3000 समाज बंधु तथा जनप्रतिनिधि की गरिमामय उपस्थिति में कार्यक्रम पूर्ण हुआ।
इस मौके पर मुख्य अतिथि जिला प्रमुख वंदना आर्य ने कहा कि वर्तमान समय की मांग शिक्षा से पूरी की जा सकती है आज आदर्श छात्रावास में इस सम्मेलन के द्वारा हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि सभी बच्चों को शिक्षा से जोड़कर उन्हें पूर्ण शिक्षा प्राप्त करने का संकल्प हम सभी को यहां से लेकर जाना है ताकि आने वाले समय में शिक्षा के द्वारा समाज की कुरीतियां तथा समाज के विकास में युवाओं की भूमिका अहम साबित हो हम सबको मिलकर एक साथ शिक्षा समाज एवं युवाओं के विकास हेतु कार्य करने चाहिए जो कि समय की अति आवश्यक मांग है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भारतीय दलित साहित्य अकादमी के प्रदेश अध्यक्ष प्रोफेसर आत्माराम स्वामी ने कहा कि शिक्षा बिना ज्ञान अधूरा शिक्षा ही युवाओं के विकास का सवेरा आज इस आदर्श छात्रावास में हम एक जाजम पर बैठे हैं और इस बात को साबित करते हैं कि हमें एकजुटता एकता का भाव है यही एकजुटता हम सबको भारतीय दलित साहित्य अकादमी को आगे बढ़ाने के लिए कुरीतियों मिटाने के लिए तथा युवाओं के विकास के लिए अति आवश्यक है आओ सब मिलकर शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करें जिसके माध्यम से और ज्यादा विकास के पथ पर अग्रसर हो सके।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता मोहनलाल आर्य ने अपने उद्बोधन में आह्वान करते हुए कहा कि आप सभी से निवेदन है आप समय-समय पर आदर्श छात्रावास का भ्रमण करें युवाओं को शिक्षा के क्षेत्र से जोड़ने का प्रयास करें तथा युवाओं को शिक्षा का प्रचार प्रसार कर आगे का अध्ययन करने के लिए प्रेरित करें उन्होंने बताया कि स्वर्गीय रावत राम आर्य जी की जो दूरगामी सोच थी उसी की बदौलत आज आदर्श छात्रावास इस प्रांगण में सभी विराजे हैं क्योंकि उन्होंने उस समय सोचा कि आने वाले समय में शिक्षा का महत्व अधिक होगा और बच्चों के पढ़ाई के लिए रहने का स्थान अति आवश्यक है आज उसी को पूरा करने के लिए हम सबको क्षेत्र में कार्य करना चाहिए आज की बड़ी संख्या में सभी पधारे आपका हृदय से आभार एवं धन्यवाद
भारतीय दलित साहित्य अकादमी के जिलाध्यक्ष राकेश तालनिया ने सभी का आभार एवं धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि आप सभी अपना कीमती समय निकाल इतनी बड़ी संख्या में यहां पर पधारे एवं कार्यक्रम को सफल बनाया आपका बहुत-बहुत आभार एवं धन्यवाद
कार्यक्रम प्रभारी इंजीनियर रवि आर्य ने बताया कि तीन लाख दो हजार चार सो रुपए आदर्श छात्रावास के लिए प्राप्त हुए तथा एक कमरा सुखदेवाराम की स्मृति में उनके पुत्र जिला परिषद सदस्य प्रतिनिधि रवि कांत सूडा अपने कमरे बनाने की घोषणा की तथा इसी क्रम में रतनगढ़ अनुसूचित जाति के सरपंचों ने मिलकर एक कमरे बनाने की घोषणा की 2 कमरों की घोषणा से आदर्श छात्रावास के विकास में अहम भूमिका निभाएगा तथा आदर्श छात्रावास में रहने वाले सभी विद्यार्थियों के लिए विशेष उपयोगी साबित होगा आपका हृदय से आभार और धन्यवाद।
कार्यक्रम का संचालन भारतीय दलित साहित्य अकादमी अकादमी प्रदेश कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर डॉक्टर मूलचंद जी ने किया।
हरिराम चोपड़ा, विमला कालवा, जीतकरण, सुनील मेघवाल, विक्रम कुमार, किशन मेघवाल, मदनलाल कवल, रामचंद्र कवल, मदनलाल तालनीया, पवन गोठवाल, विनोद सैनी, राजीव कुमार, लोकेश सांखला, भरत सिंह, निरंजन कुमार आदि अनेक उपस्थित थे।