पीलीबंगा:ब्लॉक पीलीबंगा में नव निर्मित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय का निर्माण कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है और शीघ्र ही क्षेत्र को इस विद्यालय का लाभ मिलना क्रांतिकारी कदम साबित होगा।खंड शिक्षा अधिकारी कृष्ण लाल सिहाग ने बताया कि बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने एवं शिक्षा के साथ-साथ बालिकाओं को रोजगार मुखी बनाने के उद्देश्य से कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय से शिक्षा ग्रहण कर बालिकाएं हर क्षेत्र में दक्ष होंगी,वहीं शिक्षा के साथ-साथ कार्यकुशलता एवं दक्षता से भविष्य में उनके समक्ष जीविकोपार्जन की भी समस्या उत्पन्न नहीं होगी, केजीबीएवी में बालिकाओं को हस्त कार्यों में भी निपुण बनाया जाता है,जिससे शिक्षा प्राप्त करते ही बालिकाएं कम लागत अथवा सहकारिता के आधार पर रोजगार शुरू कर अपना भविष्य सुरक्षित कर सकती हैं।एसीबीईओ पूर्ण राम देव ने बताया कि इस विद्यालय का मुख्य उद्देश्य विषम परिस्थितियों में जीवन-यापन करने वाली अभिवंचित वर्ग की बालिकाओं के लिए आवासीय विद्यालय के माध्यम से गुणवत्तायुक्त प्रारंभिक शिक्षा उपलब्ध करवाते हुए उनके माता-पिता/अभिभावकों को उत्प्रेरित करना जिससे बालिकाओं को कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में भेजा जा सके। मुख्य रूप से ऐसी बालिकाओं पर ध्यान देना जो विद्यालय से बाहर (अनामांकित/ छीजनग्रस्त) हैं तथा जिनकी उम्र 10 वर्ष से ऊपर है। विशेषकर एक स्थान से दूसरे स्थान घूमनेवाली जाति या समुदायों की बालिकाओं पर भी विशेष ध्यान केन्द्रित करना है।इस विद्यालय में 75 प्रतिशत अनुसूचित जाति/जनजाति/अत्यन्त पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक समुदाय की बालिकाओं तथा 25प्रतिशत गरीबी रेखा से नीचे वाले परिवार की बच्चियों को कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में प्राथमिकता के आधार पर नामांकन कराना है।अधिवक्ता महावीर अरोड़ा ने शिक्षा विभाग का आभार जताते हुए कस्तूरबा गांधी विद्यालय के पीलीबंगा ब्लॉक में खुलने से रोजगार के नए आयाम एवं इससे क्षेत्र के व्यापारी वर्ग और ग्रामीण क्षेत्र की बालिकाओं को लाभ मिलने की बात कही। विभाग के सहायक अभियंता गोपी राम चाहर ने बताया कि लगभग एक वर्ष में इसका निर्माण कार्य पूर्ण हुआ है और इसमें प्रथम सत्र में लगभग 180 के करीब बालिकाओं का कक्षा छठी से आठवीं तक का अध्ययन कार्य होगा और आगामी शैक्षणिक सत्र से बालिकाओं को इसका लाभ मिलेगा।विभाग द्वारा तैयारियों को लेकर आगामी रणनीति तैयार की जा रही है।
