गजसिंहपुर (इन्द्र डागा) अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास स्थित गांवों में बेमौसम की बरसात ने फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है।इस क्षेत्र के गांव 4 एफएफबी,8एफएफबी,थांदेवाला, कंवरपुरा,7एफडी,ख्यालीवाला इत्यादि गांवों में गेहूं, जौ,चना, सरसों की पकी पकाई फसले काफी हद तक समाप्त हो गई। सरसों की मंडलियां के ऊपर के हिस्से झड़ गये व गेहूं,जौ, चना की फसलें जमीन पर बिछ गई । कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि से भी फसलें बर्बाद हो गई व किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया। कंवरपुरा व थांदेवाला के किसानों ने बताया कि 35-40 प्रतिशत फसलों का नुक़सान हो गया जबकि सरसों की कटाई हो चुकी थी वो मंडलियां काटकर खेतों में रखी थी उसके ऊपरी दानेदार हिस्से नष्ट हो गये व गेहूं ,जौ चना की पकी पकाई फसले बारिश व ओलावृष्टि से जमीन पर बिछ गई व उनके दाने नष्ट हो गये। अखिल भारतीय किसान सभा के तहसील महासचिव हंसराज गोदारा ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द नष्ट हुई फसलों का सर्वे कराकर बीमा ,क्लेम व अतिवृष्टि मुआवजा देकर इस आपदा में किसानों को सहारा प्रदान करें अन्यथा किसान सभा आंदोलन कर किसान की पीड़ा को मजबूती से उठायेगी व किसानों को मुआवजा दिलवाने में पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने कहा कि आज किसानों पर इस अतिवृष्टि से संकट छाया हुआ है परन्तु प्रशासन या किसी जनप्रतिनिधि ने अभी तक राहत का कोई प्रयास नहीं किया जिससे किसानों में रोष बढ़ता जा रहा है।
