श्री विजयनगर,दस्तावेज लेखक व वसीकानवीस संघ श्री विजयनगर की तऱफ से उप पंजीयक को उपमहानिरीक्षक के नाम ज्ञापन सौंप निर्धारित डीएलसी दरों में पुण की जा रही वृद्धि को रोकने की मांग की गई।
दस्तावेज लेखक,अरायजनवीस व वसीकानवीस संघ के अध्यक्ष ओम लखेसर के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन सौंपने के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि 6 फरवरी को नई डीएलसी दरें लागू की गई थी, जिनके आधार पर अब तक दस्तावेज पंजीयन हो रहे थे, लेकिन अब उप पंजीयक कार्यालय श्रीविजयनगर के कर्मचारियों द्वारा डीएलसी में पुण छेड़छाड़ कर आवासीय,व व्यवसायिक संपत्तियों के दस्तावेजों में निर्धारित रेट 35 प्रतिशत से 50 प्रतिशत तक सड़क की चौड़ाई अनुसार एट बजट बढ़ाकर दस्तावेज प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि जब डीएलसी दरों के प्रस्ताव मांगे गए थे तभी विभागीय निर्देशानुसार केवल पीछे की सड़क की दरें निर्धारित की जाकर उसके बाद सड़क की चौड़ाई के अनुसार वृद्धि किए जाने के निर्देश थे, लेकिन उप पंजीयक कार्यालय श्रीविजयनगर के डीएलसी प्रस्ताव पूर्व में जारी डीएलसी के अनुरूप 35 फीट से 100 फीट तक की सड़कों पर स्थित भूखंडों की डीएलसी दरें पूर्व अनुसार अलग से निर्धारित करके आगे व पीछे की दरें लागू कर दी गई ।
इस प्रकार दस्तावेज़ लेखकों के द्वारा स्टांप बिक्री बंद रखने के चलते आमजन को अपने आवश्यक कार्य के लिए शाम तक स्टाम नहीं मिल पाए ,अनेकों रजिस्ट्रियां पंजीकृत नहीं हो पाई कोई, अनेकों लोग अपने दस्तावेजों का पंजीयन कराने से वंचित रह गए ,दस्तावेज पंजीयन नहीं करवा सकने के चलते बहुत से लोग परेशान दिखाई दिए, आमजन को भयंकर परेशानी हुई। अपने रोजमर्रा के कामों से समय निकालकर अपने आवश्यक दस्तावेज बनाने के लिए स्टांप लेने के लिए दस्तावेज लेखकों और स्टॉमर्वेंडरस के पास पहुंचने वाले लोगों को निराश लौटना पड़ा। दिन प्रतिदिन अपनी विभाग में दस्तावेज पंजीयन के शुल्क के रूप में राजस्व विभाग आता है स्टाम बिक्री नहीं होने के चलते राजस्व विभाग को एकत्रित होने वाले राजस्व में भी नुकसान के अनुमान बलगाए जा रहे हैं वही एक व्यक्ति ने स्टाम वेंडर आरोप लगाते हुए जानकारी दी कि दस्तावेज लेखक आमजन को स्टंम नहीं देकर बिक्री रोककर जानबूझकर परेशान कर रहे हैं इसकी असल वजह यह है कि स्टैम ऑनलाइन माध्यम से एक एप्प में एंट्री करके बेचे जाने के निर्देश विभाग के तरफ़ से दिए गए हैं लेकिन दस्तावेज लेखको को यह व्यवस्था रास नहीं आ रही है, हालांकि इस प्रकार ऑनलाइन माध्यम से ही काम होने से स्टेम बिक्री कर सकेंगे और पूरी तरह से पारदर्शी सिस्टम लागू होने के चलते किसी तरह की स्टैम पेपर बिक्री में हेरा फेरी नहीं की जा सकेगी,स्टैम पेपर बिक्री में निर्धारित दरों से अधिक पैसे वसूल कर आम जन को लूट लिए जाने पर रोक लगेगी,लेकिन कुछ लोग सरकार द्वारा लागू इस व्यवस्था को लागू नहीं होने देना चाहते, जिसके चलते कार्यबहिष्कार व हड़ताल की बात करते हैं और आम जन के काम अटक जाते हैं जिससे जनता काफी परेशान है सरकार को इस प्रकार स्टैम पेपर की बिक्री रोक कर के स्टैम पेपर की किल्लत पैदा करने वाले स्टैम वेंडरो के लाइसेंस रद्द कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।