अखिल भारतीय गुर्जर महासंघ ने कोर्ट के आदेश के अनुसार आकाश गुर्जर को मारने वालो के खिलाफ सख्त कार्यवाही

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अखिल भारतीय गुर्जर महासंघ ने कोर्ट के आदेश के अनुसार आकाश गुर्जर को मारने वालो के खिलाफ सख्त कार्यवाही हो व इसकी जाँच (विवेचना) पुलिस के बजाए किसी दूसरी एजेंसी सीबीआई से कराई जाने एवम पीड़ित परिवारजनों को आर्थिक सहायता एवम न्याय दिलवाने उठाई मांग -रवि शंकर धाभाई राष्ट्रीय अध्यक्ष

जयपुर । अखिल भारतीय गुर्जर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि शंकर धाभाई ने उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी एवम मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आज एक मांग पत्र मेल द्वारा भेजकर
निवेदन किया कि गुर्जर समाज के युवा श्री आकाश गुर्जर पुत्र लाल सिंह उम्र 21 वर्ष पता गडौरा, मुरैना, मध्यप्रदेश का निवासी था, जिसे यू०पी० पुलिस द्वारा 27 सितंबर 2022 की सुबह 6.30 बजे को तीन गोलियां मारी गई थीं, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था, और इलाज के दौरान 48 दिन बाद अस्पताल में ही दम तोड़ दिया था। बताया गया है कि वह अग्निवीर परीक्षा देखने आगरा के लिए रवाना हुआ था और यह घटना जिस दिन परीक्षा देने गया था, उस दिन सुबह 6:30 बजे की है। पुलिस के द्वारा बताये गये एनकाउंटर को फर्जी करार देते हुए माननीय कोर्ट ने इरादत नगर पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ दफा 302 का मुकदमा कायम करने के आदेश दिए हैं। इसकी विवेचना पुलिस के बजाए किसी दूसरी एजेंसी से कराई जानी चाहिए क्योंकि अपने ही महकमे के खिलाफ वही महकमा अगर जाँच करेगा तो न्याय संभव नहीं है।

जयपुर के सामाजिक कार्यकर्ता ने आगे बताया कि छात्र आकाश गुर्जर के गरीब पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए कुछ दिनों पूर्व गुर्जर समाज के प्रतिनिधि मंडल द्वारा मुरैना कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया जिसमें मांग की है कि निर्दोष आकाश गुर्जर के पीड़ित गरीब परिवार को आर्थिक सहायता, परिवारजन को सरकारी नोकरी, पूरे मामले की सीबीआई जांच की जाए, और दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई की जाए।

समाज सेवी रवि शंकर धाभाई ने पत्र में लिखा है कि कृपया करके तुरंत प्रभाव से संबंधित उच्च अधिकारियों एवम जांच एजेंसी को इस संबद्ध में दिशा निर्देश देकर अनुग्रहित करें जिससे कि दोषियों के खिलाफ तुरंत सख्त कार्यवाही की जाए व इससे संबंधित विवेचना किसी दूसरी एजेंसी से कराई जाए जिससे पीड़ित परिवारजनों को न्याय मिल सके । आपके आदेश पत्र की प्रतिलिपि मुझे मार्क कर भिजवाने की मांग की है ।

रवि शंकर धाभाई

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