
राजस्थान के टोंक ज़िले में यूनानी चिकित्सा सबसे ज्यादा पसंदीदा : डॉ. लियाकत अली मंसूरी
देश की आज़ादी से पहले ही टोंक ज़िले में यूनानी चिकित्सा का चलन रहा है । नवाबों को यूनानी चिकित्सा का अच्छा परीणाम मिलने की वजह से ही टोंक ज़िले में नवाबों ने यूनानी चिकित्सा को बहुत पसंद किया था । नवाबों ने धीरे धीरे यूनानी चिकित्सा का चलन आम जनता में भी बढ़ाया था । टोंक ज़िले की आमजनता यूनानी चिकित्सा से ही सभी बिमारियों का ईलाज करवाया करती थी । यूनानी चिकित्सा से सफ़ल उपचार तो होता ही था साथ ही किसी भी तरह का कोई शारीरिक या मानसिक नुकसान नहीं होता था । अच्छे परीणाम को देखते हुए बाद में यूनानी चिकित्सा के जानकारों ने धीरे धीरे इस यूनानी चिकित्सा को सिर्फ़ मर्दों की मर्दाना ताकत तक सीमित कर दिया जिससे बाकि लोग यूनानी चिकित्सा से दूर भागने लगे । और साथ ही यूनानी चिकित्सा के जानकारों ने यूनानी चिकित्सा से पैसों की लूट भी शुरू की । जिससे यूनानी चिकित्सा को महंगी समझ कर लोगों ने चिकित्सा कराना कम कर दिया था । साथ ही पहले सरकार का इस यूनानी चिकित्सा पर ध्यान भी नहीं था लेकिन अब राजस्थान सरकार ने यूनानी चिकित्सा को ही सबसे ज्यादा शीर्ष पर रखा और इस पर कहीं तरह की घोषणाएं 2023_24 के बजट में भी की है । आज वर्तमान में यूनानी चिकित्सक हर जगह अपनी यूनानी चिकित्सा का जलवा दिखा रहें हैं । अन्य चिकित्सा की तरह ही यूनानी भी एक चिकित्सा ही हैं जो पूर्णतया हर्बल चिकित्सा हैं । यह अन्य उपचारों से सस्ती और लेने में आसान होती हैं । वर्तमान में आम जनता यूनानी चिकित्सा के फायदों को देखते हुए यूनानी चिकित्सा को ज्यादा अपना रही हैं । आयुष के अन्तर्गत यूनानी चिकित्सा का खूब चलन बढ़ गया हैं इस यूनानी चिकित्सा से ऐसी बीमारियां जिनका ईलाज कहीं भी नहीं हो रहा था ऐसे असाध्य लोगों की चिकित्साएं अब यूनानी चिकित्सा से आसानी से हो रहीं हैं ।
डॉ. लियाकत अली मंसूरी
नोडल अधिकारी
ज़िला – टोंक ( राजस्थान )
MO _9414326317