इंद्रानगर में पेयजल संकट, नाराज लोगों ने पानी की टंकी पर चढ़ कर जताया  विरोध

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भणियाणा उपखंड के  इंद्रानगर में पानी की टँकी पर चढ़े ग्रामीण

जलदाय विभाग के कर्मचारियों एवं सरपंच  ने पेयजल समस्या के समाधान का आश्वासन दिया तब टंकी से नीचे उतरे गांव इंद्रानगर में  पानी की समस्या को लेकर  गुरुवार को ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। काफी संख्या में ग्रामीण महिला-पुरुष एकत्र होकर गांव स्थित पानी की टंकी पर चढ़ गए और खाली बर्तनों के साथ जलदाय विभाग के अभियंताओं के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। बाद में जलदाय विभाग के कर्मचारियों व सरपंच ने पेयजल समस्या के समाधान का आश्वासन दिया। इसके बाद ही ग्रामीण टंकी से नीचे उतरे। साथ ही चेतावनी दी कि सात दिवस में पानी की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो  आंदोलन किया जाएगा।प्रदर्शन में शामिल ग्रामीणों का कहना रहा कि घरों में पानी की समस्या बनी हुई हैं। कही महीनो  से तो ग्रामीणों को पेयजल के लिए तरसना पड़ रहा है। जलदाय विभाग के अभियंताओं को अवगत कराने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। समाजसेवी जसवंतसिंह  ने बताया की जलदाय विभाग के अधिकारी बता रहे एस आर बारठ का गांव से लाइन प्रोजेक्ट में है जो प्रोजेक्ट वाले ठेकेदार की जिम्मेवारी  ऐसे में इंद्रानगर  में निवास कर रहे 300 से अधिक लोगों को पेयजल के लिए तरसना पड़ रहा है।जलदाय विभाग के अधिकारी अपनी ऑफिस से ही ग्रामीण क्षेत्र की समस्या को पूर्ण करने में लगे हुए हैं, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में अधिकारी आकर देखे तो गांव में सुखा पड़ा हुआ नजर आएगा। एक तरफ जनप्रतिनिधि हर घर पानी पहुंचाने का दावा कर रहे हैं, लेकिन अनेक जगहों पर पानी की किल्लत है पानी के लिए दो किलोमीटर से ज्यादा सफर तय कर रहे हैं लेकिन प्रशासन और जलदाय विभाग एवम कर्मचारियों की तरफ से कोई राहत नहीं मिली।अगर सात दिन में पानी की सुचारू व्यवस्था नही की गई तो  आंदोलन किया जाएगा। ग्रामीणों का कहना है कि क्या हम हर बार अपने ही जेब से पाने की व्यवस्था कब तक करेंगे। आबादी के लिहाज से यह गांव जल संकट से जूझ रहा है। यहां जल संकट की समस्या बनी हुई है। यहां पर पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। ग्रामीण पीने के पानी के लिए महंगे दामों पर टैंकर मंगवाने को मजबूर है। साथ ही जिन गरीब परिवारों के घर में पानी का टैंक नहीं है। 

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