
छतरगढ़ महिलाओं के अमर सुहाग का प्रतीक सोलह दिवसीय गणगौर उत्सव शुक्रवार को गणगौर विसर्जन के साथ संपन्न हुआ। सामाजिक संस्था सेवा समिति ओर छतरगढ़ राठौड़ परिवार की ओर से विभिन्न मार्गो से गणगौर की शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में गणगौर-ईसर की प्रतिमाओं को रथ पर आरुढ़ किया गया,जिसके आगे घोड़े पर सुसज्जित सवारियां थी। बैण्ड पर लोकगीतों की स्वरलहरियां बिखेरी जा रही थी।शोभायात्रा के मार्ग में जगह-जगह पर नवविवाहिताओं व महिलाओं ने गणगौर का पूजन किया। बड़ी तादाद में महिलाओं ने गणगौर-ईसर की प्रतिमा की परिक्रमा लगाई। इससे पूर्व शुक्रवार को दिनभर गणगौर के गीत गूंजते रहें।शोभायात्रा में राठौड़ परिवार सदस्य लालसिंह राठौड़,सतुसिंह राठौड़,अजय सिंह राठौड़,करणीसिह राठौड़, समाजसेवी जुगलकिशोर राठी, आंदनमल उपाध्याय,ओमप्रकाश उपाध्याय,विनोद व्यास,बिरजू सिंह राठौड़,भंवरलाल सुथार, रघुवीर स्वामी शामिल हुए।शोभायात्रा के समापन पर कस्बे के मुख्य गवाड़ स्थित पूराने कुआं पास गणगौर का भव्य मेला लगा।