श्रीगंगानगर , 12 मई । नशामुक्त भारत अभियान के अंतर्गत जिला पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख के निर्देशानुसार नशामुक्ति जनजागृति कार्यशाला श्रीगंगानगर स्थित महर्षि दयानन्द बी. एड. कॉलेज में पुलिस थाना कोतवाली की ओर से आयोजित हुई । इस अवसर पर मुख्य वक्त्ता के रूप में संबोधित करते हुए राजकीय नशामुक्ति परामर्श एवम् उपचार केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा . रविकांत गोयल ने कहा कि नशा करने वाले व्यक्ति को अपने शरीर पर नशे का प्रभाव बनाए रखने के लिए धीरे – धीरे नशे की मात्रा बढ़ानी पड़ती है । नशा बेचने वाले लोग इसी वैज्ञानिक अवधारणा का फायदा उठाकर एक बार अपने संगठित गिरोहों के माध्यम से नौजवानों को मुफ्त में नशा पिलाते है और उसके बाद जब कोई भी नौजवान नशे के चंगुल में फंस जाता है तो फिर वह उनकी कमाई का जरिया बनता चला जाता हैं । नशा किसी भी व्यक्ति , परिवार और समाज को खुशियां नही दे सकता । हमे अपने पारिवारिक खुशी के मौकौ पर पर नशे को सामाजिक स्वीकृति प्रदान करने से परहेज करना चाहिए । नौजवान पहली बार नशा ऑफर करने वाले को ना करना सीखे। नशा छोड़ना मुश्किल है परंतु नामुमकिन नही है । नशा दृढ़ निश्चय से बिना किसी नुकसान के छोड़ा जा सकता है । नशा छोड़ने से मौत , लकवा और नपुंसकता जैसी भ्रांतियां नशा बेचने वाले लोग अपने फायदे के लिए समाज में डर पैदा करने के लिए फैलाते है । डा.गोयल ने नशेडियो के लक्षण ,नशीले पदार्थो के दुष्परिणाम ,नशीले पदार्थो से बचने के उपाय से अवगत करवाते हुए नशामुक्त जीवन जीने का आह्वान किया । शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि समाजसेवी मुनीश कुमार लड्ढा ने कहा कि आज जो नौजवान बी. एड . कर शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षक के पद पर आने के लिए शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं ,उनके सामने बहुत सारी चुनौतियां हैं । आज जिस तेजी के साथ स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थियों में नशा करने की प्रवृत्ति बढ़ रही हैं और चरित्र में गिरावट का ग्राफ देखा जा रहा हैं। इसके अलावा हमारे सामाजिक सिस्टम में और भी जिन कमियों ने जगह बनाई हैं ,उन सभी से लड़ते हुए विद्यार्थियो का चरित्र निर्माण करते हुए विद्यार्थियों को नशे रूपी दल – दल में गिरने से बचाते हुए उनका बेहतर भविष्य निर्माण करने की चुनौती के साथ काम करने के लिए आप सभी अपने आप को तैयार रखे। समाज में शिक्षक पर आज भी सबसे ज्यादा भरोसा किया जाता हैं, आपको उस भरोसे पर खरा उतरना हैं । महर्षि दयानन्द बी. एड. कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विनोद कुमार गिरधर ने नशा मुक्ति जनजागृति कार्यशाला में सभी वक्ताओं की वैज्ञानिक अवधारणाओं पर दी गई जानकारी को विद्यार्थियों के हित में शानदार प्रयास बताया और कहा कि भविष्य में भी हमारे कॉलेज में ऐसी कार्यशालाओं के लिए जिला पुलिस अधीक्षक महोदय से समय देने का आग्रह रहेगा। शिक्षाविद एवं सामाजिक कार्यकर्ता बनवारी लाल शर्मा नें कहा कि पुलिस प्रशासन कानून की कड़ाई से अवैध रूप से नशा बेचने वालो पर कार्यवाही करता है परंतु जो लोग किन्ही कारणों से गुमराह होकर नशे की चपेट में आ चुके है ,उन्हें जीवन की मुख्य धारा में फिर से लाना हम सब का सामूहिक दायित्व है । अवैध रूप से नशा बेचने वालो के विरुद्ध कोई भी गवाह बनने को तैयार नहीं होता इसलिए पुलिस को भी कभी – कभी कार्यवाही करने में दिक्कत आती है । जो लोग हमारे परिवारों के नौजवानो के लिए मौत का पैगाम लेकर आते है ,हमे ऐसे लोगो की सूचनाएं पुलिस से सांझा करने में किसी भी प्रकार का भय नही होना चाहिए ।
कार्यशाला में बी. एड. के विद्यार्थियो ने बहुत सारी शंकाओं पर प्रश्नों के माध्यम से समाधान प्राप्त किया। कार्यशाला का सराहनीय संचालन उप प्राचार्य श्रीमती कंचन चलाना ने किया। कार्यशाला में सेंकड़ों विद्यार्थियों के साथ-साथ प्रोफेसर दिनेश कुमार, श्रीमती पूनम शर्मा , श्रीमती रिचा दीवान , डा. गुरुचरण सिंह , डा. योगराज गोस्वामी ,डा. स्नेहा भी उपस्थित रहे ।कार्यक्रम के अंत में डा. रविकांत गोयल ने विद्यार्थियों की शंकाओं का समाधान प्रश्नों के उत्तर देकर किया ।कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य डॉ. विनोद कुमार गिरधर ने प्रतीक चिन्ह भेंट कर डॉ. रविकांत गोयल , शिक्षाविद एवं समाजसेवी मुनीश कुमार लड्ढा, बनवारी लाल शर्मा का स्वागत किया ।