आधुनिक खेतीं में नवाचार खेतीं का होगा लाभ:एसडीएम चौधरी
उपखंड अधिकारी चौधरी ने बिराई में कृषि-उद्यानिकी की नवाचार खेतीं का किया निरीक्षण
मोहम्मद अफजल बिराई | आठ लाख की कुल आय की पहली फसल का उत्पादन

सोमवार को उपखंड अधिकारी बावड़ी पदमा चौधरी ने कृषि-उद्यानिकी योजना में किसानों द्धारा खेतीं में अपनाये जा रहे नवाचार खेतीं का ग्राम बिराई में किया निरीक्षण।
उपखंड अधिकारी पदमा चौधरी ने प्रगतिशील किसान डा.नरेंद्र भट्ट के यहां उद्यानिकी विभाग से लाभान्वित योजना में एक पोलीहाउस का निर्माण एवं उसमें ली जारही खीरा ककड़ी का फसल उत्पादन का निरीक्षण करते हुए कहा कि आधुनिक खेतीं में आज नवाचार खेतीं को महत्व देकर कृषि-उद्यानिकी फसल का वांच्छित लाभ प्राप्त किया जा सकता है। कृषि एवं उद्यान विभाग में सरकार की विभिन्न योजनाऐ है लाभान्वित होना चाहिये।
एसडीएम पदमा चौधरी ने प्रगतिशील किसान डा.नरेन्द्र भट्ट से पोलीहाउस पर सरकार से देय सहायता पर विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि इस क्षेत्र में पोलीहाउस खेतीं नवाचार है यह खेतीं आसपास किसानों के लिए भी एक प्रेरणादायक स्त्रोत होगा।सरकार की विभिन्न योजनाओं में शेडनेट, पोलीहाउस,सामुदायिक जल संरक्षण ढांचा,नवीन बगीचा स्थापित,सिचांई जल के लिए सुक्ष्म सिचांई पद्धति इत्यादि में अधिक से अधिक किसान लाभान्वित होकर नवाचार को अपनाना महत्वपूर्ण है।
खेती में जुनून हो तो किसान कम पानी और कम भूमि में भी सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ लेकर अधिक आमदनी प्राप्त कर सकते हैं। राज्य में घटते कृषि जोत और तेजी से नीचे जा रहे भूजल से चिंतित किसान खेती में नवाचार की ओर अधिक ध्यान दे रहे हैं जिनकी आज आवश्यकता है।
प्रगतिशील किसान डा.भट्ट ने बताया कि चार हजार वर्ग मीटर में एक पाॅली हाउस तथा खेत के अनुपजाऊ पथरीले खेत के भाग में एक फार्म पाॅण्ड का निर्माण करवाया है।डाॅ.भट्ट ने कहा कि छोटा खेत खरीदने के मात्र एक वर्ष के न्यूनतम अनुभव और आस-पास के अध्ययन से इस निष्कर्ष पर यहां पहुंचे।ऐसे में मार्ग दर्शन हेतु उद्यानिकी अधिकारीयों से सम्पर्क करने पर उसको विभिन्न सरकारी प्रोत्साहन योजनाओं की जानकारी देने के साथ ही इनका लाभ लेने के लिये हर प्रकार मदद का भरोसा देकर होंसला अफजाई की गई।इससे प्रोत्साहित होकर किसान ने अपने खेत और आस पास के क्षेत्र में पानी की अत्यधिक कमी के मध्येनजर शुरुआत में पॉलीहाऊस और फार्म पाॅण्ड बनवाने का मानस बनाया।इसमें खेत की मिट्टी,पानी की जाँच,आवेदन और मार्गदर्शन से लेकर हर प्रकार विभाग ने मदद की।प्रगतिशील किसान डाॅ.नरेन्द्र भट्ट पुत्र माधोलाल ने अपनी हिस्सा राशि जुटाने के लिये वित्तीय संस्थाओं से ऋण सुविधा ली।उन्होंने बताया कि उद्यान विभाग की अनुदान की सहायता से निर्मित यह पाँलीहाऊस तथा पथरीली भमि पर बना फाॅर्म पाॅण्ड आस-पास 30-35 किलो मीटर दायरे में किसानों के लिये प्रेरणा का स्त्रोत साबित होगा।प्रगतिशील किसान डा.भट्ट ने बताया की चार हजार वर्ग मीटर पोलीहाउस पर 2363200 रुपये का अनुदान राज्य सरकार द्धारा मिला।पोलीहाउस में खीराककडी़ मात्र 35 दिन पर फसल उत्पादन शुरू हो गया है।आठ लाख की कुल आय ककडी का उत्पादन मिला।
राज्य प्रशासनिक सेवा निवृत्त किसान के पिता माधोलाल ने बताया कि राजस्थान में ड्रिप इरिशगेन,फार्म पाॅण्ड तथा पाॅली हाऊस,शेड नैट हाउस वर्तमान प्रतिकूल परिस्थितियों में किसानों की अनिवार्य आवश्यकता हो गई है इन्हें अपनाना ही पड़ेगा अन्यथा किसानों आर्थिक स्थिति को और विकट होने से कोई नहीं रोक सकता।
इसे देख कर आस पास के ग्रामों के कई किसानों ने सरकारी योजनाओं के प्रति उत्सुकता दिखायी है।इस क्षेत्र में सर्दी,गर्मी दोनों की बहुतायत तथा बरसात और पानी की कमी को देखते हुए तथा फलों और ककड़ी,मिर्च, टमाटर,ब्रोकली जुगनी इत्यादि सब्जियों की प्रतिकूल मौसम में भी अच्छी पैदावार के लिये पाॅली हाउस तथा फार्म पाॅण्ड दौनों अत्यन्त उपयोगी हैं।इस प्रयोजनार्थ किसान ने कृषि और उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों और कार्मिकों के मार्ग दर्शन का आभार व्यक्त करते हुए आस पास के इच्छुक किसानों की हर सम्भव मदद करने के प्रति उत्सुकता दिखायी ताकि खेतीं में किसान शेडनेड,पाँलीहाऊस,बूंद बूंद सिचांई,बागवानी,सब्जी,खजूर, खेत तलाई,सामुदायिक जल संरक्षण ढाचां इत्यादि योजनाओं से लाभान्वित होकर अधिकाधिक राजकीय सहायता का लाभ उठाकर अपनी आय में अपेक्षित वृद्धि कर सकते है।
सहायक कृषि अधिकारी रफीक अहमद कुरैशी ने इस मौके पर कहा कि क्षेत्र के किसान पोलीहाउस का निरीक्षण कर नवीनतम उन्नत कृषि उद्यानिकी तकनीकी की जानकारी का लाभ होगा।क्षेत्र में शेडनेड,पोली हाऊस से विभिन्न प्रकार की सब्जियों की खेतीं का अच्छा लाभ भी प्राप्त कर रहे है।पोलीहाउस भी खेतीं आय का एक उपयोगी संसाधन है।कम कृषि भूमि में भी खेतीं आय का अच्छा लाभ प्राप्त किया जा सकता हैं।