

नाना गांव राजपूत सम्मेलन सम्पन्न प्रतिभाओं और भामाशाहों को किया सम्मानित
नाना – कस्बे में तिलकेश्वर मंदिर में देवा ही देव महादेव के आरती के साथ राजपूत सम्मेलन के दौरान विधि विधान से अस्त्र – शस्त्र का पूजन किया गया, छात्र- छात्राओं को शैक्षिक योग्यता के आधार पर सम्मानित किया गया, भामाशाह का सम्मान समाज के प्रमुख लोगों के द्वारा किया गया गांव का परिभ्रमण शोभा यात्रा के माध्यम से केसरिया साफा के साथ ढोल बाजे के धमाके के साथ महाराणा प्रताप l, महाराज शिवाजी वंदे मातरम और भारत माता,जय भवानी जय राजपुताना की जय कारा के साथ गगन भेदी आवाज पूर्ण उत्साह के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ इस कार्यक्रम में संत महामंडलेश्वर रामाभारती महाराज प्राणी सेवा आश्रम करनवा,महंत रेवानाथ महाराज मारकंडेश्वर धाम अजारी, आनंद माताजी बद्रीनाथ धाम नाना का सानिध्य प्राप्त हुआ सम्बोधन में संरक्षक कृष्ण सेना प्रताप सिंह भाटी ने बताया कि राजपूत को अपने क्षत्रिय को सजाए रखना आवश्यक है ।अपने लूह बहने पर दर्द सहन कर सके लेकिन दीन हीन कमजोरों को सताए जाने पर उसकी रक्षार्थ अपना एवं
दीन हीन कमरों के सताए जाने पर उसकी रक्षार्थ अपने लूह बहा दे वो क्षत्रिय है | कोई जलता है तो जलने दे ईश्वर ने हमें राजपूत के घर पैदा किया है हमें गर्व है देश रक्षार्थ कारगिल के युद्ध में अधिकतर राजपूत सैनिकों ने बलिदान किया था राजपूत ने सदैव धर्म रक्षार्थ, देश रक्षार्थ, धर्म रक्षार्थ बलिदान किया स्वार्थ नहीं ।आज हमें हमारे अधिकार के लिए लड़ना पड़ेगा बच्चों का सुसंस्कारीत करना होगा। प्रतियोगिता परीक्षा में के योग्य बनाना पड़ेगा । उच्च पदों पर बैठकर समाज एवं क्षत्रित्व की और अधिक पालना कर सकेंगे इस सम्मेलन में नाना,चामुंडेरी,बेड़ा,विरमपुरा, चिमनपुरा,आमलिया,वरावल, दुधनी,मोरी बेरा,मोरी स्टेशन के सैकड़ों समाज के लोग सम्मलित हुए